1. सुश्रुत मतानुसार छेदन कर्म हेतु शस्त्रों की
धारा उल्लेखित है?
Answer - अर्धकैशिकी
Reference - सुश्रुत सूत्रस्थान 8/10
2. सुश्रुत मतानुसार किस व्रण में सीवन कर्म
कराना चाहिए?
Answer - चलसन्धिव्यपाश्रित
Reference - सुश्रुत सूत्रस्थान 25/16
3. सुश्रुत मतानुसार अवबद्ध तथा अनवबद्ध किसके
भेद है?
Answer - शल्य के
Reference - सुश्रुत सूत्रस्थान 27/3
4. सुश्रुत मतानुसार कफप्रकोप में तक्र का प्रयोग
किसके साथ कराना चाहिए?
Answer - त्रिकटु and यवक्षार
Reference - सुश्रुत सूत्रस्थान 45/89
5. सुश्रुत मतानुसार किस उपदंश में शिशन में दरार
एवं कृमि की उत्पत्ति होती है?
Answer - सन्निपातिक
Reference - सुश्रुत निदानस्थान 12/12
6. सुश्रुत मतानुसार आगन्तुक व्रण में किस प्रकार
की चिकित्सा करनी चाहिए?
Answer - पित्तशमक शीतोपक्रम
Reference - सुश्रुत चिकित्सास्थान 1/4
7. सुश्रुत मतानुसार परिस्त्रावी भगन्दर में
चिकित्सार्थ किस प्रकार का छेदन निर्दिष्ट
नही है?
Answer - गोतीर्थक
Reference - सुश्रुत चिकित्सास्थान 8/10, 27
8. सुश्रुत मतानुसार कनीनक को भेद माना गया
है?
Answer - नेत्रसन्धि का
Reference - सुश्रुत उत्तर 1/16
9. सुश्रुत मतानुसार रक्त की विकृति से होने
वाले नेत्ररोगों की संख्या है?
Answer - 16
Reference - सुश्रुत उत्तर 1/36
10. सुश्रुत मतानुसार प्रथम प्रच्छान के पष्चात्
अवलेखन कर्म निम्न रोग में करना चाहिए?
Answer - पोथकी
Reference - सुश्रुत उत्तर 13/14
11. सुश्रुत मतानुसार रात्रि में अन्न का सेवन
निषिद्ध तथा घृतपान पष्चात् मन्दोष्ण दुग्ध
पिलाना किस रोग में बताया है?
Answer - कर्णरोग
Reference - सुश्रुत उत्तर 21/12
12. सुश्रुत मतानुसार बिल्वादि तैल से कर्णपूरण
इंगित है?
Answer - बाधिर्य
Reference - सुश्रुत उत्तर 21/35
13. सुश्रुत मतानुसार अर्जुन नामक नेत्ररोग, नेत्र के
किस भाग से सम्बन्धित है?
Answer - शुक्लगत
Reference - सुश्रुत उत्तर 4/7
14. सुश्रुत मतानुसार किस रोग में उदान संज्ञक
वायु कफ से आवृत होकर विगुण हो जाती है एवं
नासामार्ग अवरूद्ध हो जाता है?
Answer - नासाप्रतिनाह
Reference - सुश्रुत उत्तर 22/15
15. ‘‘शूनाक्षिकूटं वदनं च यस्य
शिरोऽभितापः‘‘ किस रोग का लक्षण है?
Answer - कफज शिरोरोग
Reference - सुश्रुत उत्तर 24/7
16. ‘‘अच्छं च पाययेत्सर्पिः स्वेदयेच्चाप्यभ
ीक्ष्षः‘‘ किस सन्दर्भ में वर्णित है?
Answer - कफज शिरोरोग
Reference - सुश्रुत उत्तर 26/19
17. सुश्रुत मतानुसार आकाश में ताराओं को
हीन, अधिक या विकृत रूप में देखना लक्षण है?
Answer - सन्निपातज तिमिर व्त छवदम
Reference - सुश्रुत उत्तर 7/24
18. सुश्रुत मतानुसार विष के चतुर्थ वेग की
चिकित्सा बतायी गयी है?
Answer - स्नेहयुक्त अगदपान
Reference - सुश्रुत कल्प 2/42
19. आचार्य चरक ने विष का रस माना है?
Answer - अनिर्देष्य रस
Reference - चरक चिकित्सा 23/24
20. अष्टांगहृदय के अनुसार किस विष के सेवन से
मनुष्य की स्थिति कटे हुए पक्षी की भांति हो
जाती है?
Answer - दूषीविष
Reference - सुश्रुत कल्प 2/28
21. आचार्य वाग्भट्ट ने विष चिकित्सा का
उल्लेख किस स्थान में किया है?
Answer - उत्तर स्थान
Reference - अष्टांग हृदय उत्तर 35 से 38
22. सुश्रुत मतानुसार वृष्चिक के कितने भेद है?
Answer - 30
Reference - सुश्रुत कल्प 8/58
23. सौभाग्यशुण्ठी का रोगाधिकार है?
Answer - सूतिकारोग
24. सुश्रुत मतानुसार शुद्ध स्तन्य का लक्षण नही
है?
Answer - तन्तुमत्
Reference - सुश्रुत निदान 10/26, सुश्रुत शारीर
10/35
25. किस आचार्य ने अत्यानन्दा योनिव्यापद्
का उल्लेख किया है?
Answer - सुश्रुत
Reference - सुश्रुत उत्तर 38/15
26. शार्गंधर मतानुसार स्त्रियो में पुरूषों की
तुलना में कितनी पेशी अधिक होती है?
Answer - 20
Reference - शार्गंधर पूर्व. 5/4
27. चरक मतानुसार प्रसवोत्तर कालिक आहार
विहार में सर्वप्रथम क्या प्रयुक्त करते है?
Answer - पंचकोल
Reference - चरक शारीर 8/48
28. ग्रन्थिभूत आर्तव की चिकित्सा है
Answer - पाठा त्र्यूषण वृक्षक क्वाथ
Reference - सुश्रुत शारीर 2/16
29. ‘‘कटिपृष्ठं प्रतिसमन्ताद वेदना‘‘ लक्षण है?
Answer - आसन्न प्रसूति
Reference - सुश्रुत शारीर 10/9
30. प्रसूता व दुष्प्रजाता के योनिभ्रश होने पर
अमृत तुल्य योग है?
Answer - मद्यपान
Reference - काश्यप
31. चरक मतानुसार प्रसवकाल के उपस्थित न होने
पर भी प्रवाहण करने पर योनिव्यापद् रोग हो
जाता है?
Answer - कर्णिनी
Reference - चरक शारीर 8/27
32. स्तनरोग में दूष्य होते है?
Answer - मांस रक्त
Reference - सुश्रुत निदान 10/27
33. सुश्रुत मतानुसार ‘‘नित्यवेदना‘‘ विशेष लक्षण
होता है?
Answer - विप्लुता
Reference - सुश्रुत उत्तर 38/10
34. सुश्रुत मतानुसार स्त्रियों में आशयों की कुल
संख्या बताई गयी है?
Answer - 8
Reference - सुश्रुत शारीर 5/8
35. सुश्रुत मतानुसार अपत्यपथ में कुल पेशियों की
संख्या है?
Answer - 4
Reference - सुश्रुत शारीर 5/51
36. ‘‘अनात्र्तवस्तना......खरस्पर्षा च मैथुने‘‘
किसका लक्षण है?
Answer - षण्डी
Reference - सुश्रुत उत्तर 38/18
37. Transeverse presentation की तुलना किससे
की जाती है?
Answer - परिघ
Reference - सुश्रुत निदान 8/5
38. बालकों में औषध का प्रयोग एकान्त
(निरन्तर) रूप में कब तक निषिद्ध है?
Answer - 12 बर्ष से कम
Reference - काश्यप
39. बालशोष रोग का सर्वप्रथम उल्लेख किया
है?
Answer - वाग्भट्ट ने
Reference - अष्टांग हृदय उत्तर 2/44
40. सुवर्णप्राशन का 6 माह तक प्रयोग करने पर
बालक क्या हो जाता है?
Answer - श्रुतधर
Reference - काश्यप
41. मीजल्स का टीका कब लगाया जाता है?
Answer - 9 - 12 माह
42. किस आयु में बालक अपना नाम व लिगं जानने
लग जाता है?
Answer - 3 बर्ष
43. त्रिपाद चक्र रथ प्रयोग करते है?
Answer - फक्क रोग में
Reference - काश्यप
44. किस ग्रहबाधा से आक्रान्त बालक में
ऊध्र्वदृष्टि, मुखवक्रता, शरीर में रक्त की गन्ध
आना आदि लक्षण मिलते है?
Answer - स्कन्दग्रह
Reference - सुश्रुत उत्तर 27/8 विमर्ष
45. हाथों से सेक (हस्त स्वेदन) का विधान कब तक
होता है?
Answer - 4 माह
Reference - काश्यप
46. बालचातुर्भद्र के घटक द्रव्य है?
Answer - नागरमोथा, पिप्पली, अतीस,
काकडासींगी
47. बालक का अन्नप्राशन संस्कार आचार्य
काश्यप ने कब करना बताया है?
Answer - 10 माह
Reference - काश्यप
48. दांतों को दृढ करने के लिए उपयुक्त होता है?
Answer - स्नेह गण्डूष
Reference - अष्टांग हृदय उत्तर 22/14
49. आचार्य चरक ने बर्षा ऋतु में आहार सेवन
किसके साथ बताया है?
Answer - मधु
Reference - चरक सूत्र 6/36
50. ‘‘श्रीमत्परिषदं शस्तं‘‘ लक्षण है?
Answer - स्वच्छ वस्त्र धारण
Reference - चरक सूत्र 5/95
51. हनु, मन्या, सिर तथा कान की वेदना होने
पर लाभदायक होता है?
Answer - कर्णपूरण
Reference - सुश्रुत चिकित्सा 24/29
52. सुश्रुत ने दिनचर्या का वर्णन चिकित्सा
स्थान के किस अध्याय में किया है?
Answer - अनागतबाध प्रतिषेध अध्याय
Reference - सुश्रुत चिकित्सा 24
53. वह्निमित्रा पर्याय है?
Answer - मूषा
54. मित्रपंचक का घटक नही है?
Answer - गुग्गुलु/गुड
55. रससिन्दूर में गन्धक तथा पारद का अनुपात
होता है?
Answer - 1:1
56. स्वर्ण मारण हेतु कौन सा पुट दिया जाता
है?
Answer - कुक्कुट
57. ताम्र का गलनांक है?
Answer - 1084 Ċ
58. सुश्रुत मतानुसार सन्धियों की कुल संख्या है?
Answer - 210
Reference - सुश्रुत शारीर 5/27
59. स्थपनी किस प्रकार का मर्म है?
Answer - विशल्यघ्न
Reference - सुश्रुत शारीर 6/11
60. भग में किस प्रकार की सन्धि मिलती है?
Answer - सामुद्ग
Reference - सुश्रुत शारीर 5/32
61. दृष्टि की उत्पत्ति के लिए आवश्यक महाभूत
है?
Answer - तेज
Reference - चरक सूत्र 5/16
62. धमनी शैथिल्य लक्षण मिलता है?
Answer - मांसक्षय
Reference - सुश्रुत सूत्र 15/13
63. वृक्कों की उत्पत्ति किससे होती है?
Answer - रक्तमेद प्रसादांश
Reference - सुश्रुत शारीर 4/30
64. दिवास्वप्न किस अवस्था में इंगित है
Answer - उपरोक्त सभी
Reference - सुश्रुत शारीर 4/37
65. ‘‘शंखनाभ्याकृति‘‘ किस अंग को उपमा दी
गयी है?
Answer - योनि को
Reference - सुश्रुत शारीर 5/55
66. चरक मतानुसार ‘‘क्षेत्रज्ञ‘‘ किसका पर्याय
है?
Answer - आत्मा का
Reference - चरक शारीर 1/5
67. चरक मतानुसार शरीरवृद्धिकर भाव है?
Answer - उपरोक्त सभी
Reference - चरक शारीर 6/12
68. सुश्रुत मतानुसार ग्रन्थि भेद नही है?
Answer - मांसग्रन्थि
Reference - सुश्रुत निदान 11/4 - 9
69. चरक मतानुसार रक्तपित्त का निम्न उपद्रव
नही है?
Answer - हिक्का
Reference - चरक निदान 2/7
70. गरविष तथा दूषीविष का सेवन करना किस
उदर रोग का लक्षण है?
Answer - सन्निपातोदर
Reference - सुश्रुत निदान 7/13
71. भिलावे की गुठली के समान अश्मरी होती
है?
Answer - पैत्तिक
Reference - सुश्रुत निदान 3/9
72. भोजन के समय थकावट होना.....पूर्वरूप है?
Answer - राजयक्ष्मा
Reference - चरक निदान 6/13
73. कण्टकपंचमूल में कौन सा द्रव्य सम्मिलित है?
Answer - शतावरी
74. औषध प्रयोग हेतु त्वक् (छाल) को किस ऋतु में
ग्रहण करना चाहिए?
Answer - शरद
Reference - चरक कल्प 1/10
75. ‘‘सर्वरसप्रत्यनीक‘‘ किस रस को कहा गया
है?
Answer - लवण
Reference - चरक सूत्र 26/43 सुश्रुत सूत्र 42/14
76. रूक्ष गुण का भौतिक संगठन है?
Answer - पृथ्वी अग्नि वायु
77. मधुर त्रिफला के घटक है?
Answer - गम्भारी, खर्जूर, द्राक्षा
78. पक्व या अपक्व मल को बाहर निकालने वाले
कर्म को क्या कहते है?
Answer - रेचन
79. गुर्वादि (शारीर) गुण कितने है?
Answer - 20
80. पिप्पली, पिप्पलीमूल, चव्य, नागर तथा
चित्रक को सम्मिलित रूप से क्या कहते है?
Answer - पंचकोल
81. अतिविषा का रस क्या है?
Answer - तिक्त एवं कटु
82. अर्क किस कुल से सम्बिन्धित है?
Answer - Asclepiadaceae
83. इन्द्रवृक्ष किसका पर्याय है?
Answer - कुटज
84. Barberin alkaloid किससे प्राप्त होता है?
Answer - दारूहरिद्रा
85. हरीतकी का सेवन सोंठ के साथ किस ऋतु में
किया जाता है?
Answer - हेमन्त
86. पंचवल्कल में निम्न द्रव्य नही है?
Answer - वृहती
87. tecomella undulata क्या है?
Answer - रोहितक
88. चरक मतानुसार वातप्रधान कुष्ठ रोगों में
सर्वप्रथम किसका प्रयोग करना चाहिए?
Answer - घृतपान
Reference - चरक चिकित्सा 7/39
89. चरक मतानुसार वातरक्त में किस उपद्रव के
प्रधान रूप से होने पर यह असाध्य हो जाता है?
Answer - मोह
Reference - चरक चिकित्सा 29/33
90. चरक मतानुसार जिस अतिसार रोगी की
अग्नि प्रदीप्त हो चुकी हो, उसे निरन्तर प्रयोग
करना चाहिए?
Answer - अजादुग्ध
Reference - चरक चिकित्सा 19/57
91. चरक मतानुसार ‘‘कृशत्वं नातिगात्राणां
प्रततं कण्ठकूजनम्‘‘ लक्षण है?
Answer - सन्निपातज ज्वर
Reference - चरक चिकित्सा 3/107
92. चरक मतानुसार ‘‘प्राग्रूपं मुखशोषः,
स्वलक्षणं सर्वदाअम्बुकामित्वम्‘‘ लक्षण है?
Answer - तृष्णा
Reference - चरक चिकित्सा 22/8
93. ‘‘वातश्लेष्महरैर्युक्तं...... तु विरेचनम्‘‘ किसके
सन्दर्भ में वर्णित है?
Answer - तमकश्वास
Reference - चरक चिकित्सा 17/121
94. चरक मतानुसार परमोजस्कर है?
Answer - ऐन्द्र रसायन
Reference - चरक चिकित्सा 1-3/28
95. सर्वोत्तम वाजीकरण है?
Answer - स्त्री
Reference - चरक चिकित्सा 2-1/7
96. चरक मतानुसार ‘‘भेकवर्णोहतेन्द्रियः‘ किस
व्याधि का लक्षण है?
Answer - कामला
Reference - चरक चिकित्सा 16/35
97. सुश्रुत मतानुसार प्रतिमर्श नस्य का विधान
कितनी बार बताया गया है?
Answer - 14
Reference - सुश्रुत चिकित्सा 40/52
98. ‘‘शोषेण सानुबन्धं वा तस्य संशमनी क्रिया‘‘
किसके सन्दर्भ में वर्णित है?
Answer - रक्तपित्त
Reference - चरक चिकित्सा 4/64
99. चरक के अनुसार पित्तज प्रमेंह के प्रकार है?
Answer - 6
Reference - चरक चिकित्सा 6/10
100. शार्गंधर के अनुसार ‘‘च तज्ज्ञेयं
यज्जराव्याधिनाशनम्‘‘ किससे सम्बन्धित है?
Answer - रसायनम्
Reference - शार्गंधर पूर्व. 4/14
101. ‘‘आपादतलमूर्धस्थान् दोशान् पक्वाशये
स्थितः‘‘ किसके सन्दर्भ में कहा गया है?
Answer - वस्ति
Reference - चरक कल्प 7/64
102. वाजीकरणघृत का प्रयोग चरक ने कब वर्णित
किया है?
Answer - भोजन से पूर्व
Reference - चरक चिकित्सा 2-1/37
103. कुटीप्रवेशविधिपूर्वक किसका प्रयोग वृद्ध
पुरूष को भी युवा बना देता है?
Answer - च्यवनप्राश
Reference - चरक चिकित्सा 1-1/74
104. चरक मतानुसार शरीर में स्फोट, कोठ,
खुजली होना तथा हृदय व स्त्रोतों में भारीपन
लक्षण है?
Answer - वमन हीनयोग का
Reference - चरक सिद्धि 1/17
105. चरक मतानुसार बुद्धि का निवासस्थान है?
Answer - हृदय
Reference - चरक चिकित्सा 24/35
106. चरक मतानुसार ‘‘कंसहरीतकी‘‘ का मुख्य
रोगाधिकार है?
Answer - शोथ
Reference - चरक चिकित्सा 12/50
107. चरक मतानुसार ‘‘अन्न का सम्यक् पाचन न
होने से अम्लता को प्राप्त कर विष के समान
हानि करने वाला होना‘‘ किसके सन्दर्भ में
उल्लेख मिलता है?
Answer - ग्रहणी
Reference - चरक चिकित्सा 15/44
108. विश्व मधुमेह दिवस कब मनाया जाता है?
Answer - 14 नवम्बर
109. केन्द्रीय भारतीय चिकित्सा परिषद् का
मुख्यालय कहां पर स्थित है?
Answer - दिल्ली
110. ASHA है?
Answer – Accredited social health activist
111. National mid day meal कार्यक्रम की शुरूआत
कब हुई थी?
Answer - 1995
112. NRHM किस सन् में प्रारम्भ हुआ?
Answer - 2005
113. अग्नि से जल जाने पर सर्वप्रथम क्या उपाय
करना चाहिए?
Answer - शीतल जल से धोना चाहिए
114. किस रोग के होने पर मुख खोलने में कठिनाई
होती है?
Answer - टिटेनस
115. मस्तिष्क की गतिविधियां किसके
माध्यम से पढी जाती है?
Answer - ई.ई.जी.
116. विटामिन सी की कमी से होने वाला
रोग है?
Answer - स्कर्वी
117. गलसुआ किसके कारण होता है?
Answer - विषाणु
118. सुश्रुत मतानुसार अल्प वेदना वाली अधिक
कण्डूयुक्त, पाषाण के समान कडी तथा देर से बढने
वाली ग्रन्थि होती है?
Answer - कफज ग्रन्थि
Reference - सुश्रुत निदान 11/6
119. मूत्रजन्य व आन्त्रजन्य वृद्धि में दोष प्रवृद्ध
होता है?
Answer - वात
Reference - सुश्रुत निदान 12/9
120. सुश्रुत मतानुसार श्लीपद रोग में कौन सा
कर्म कराना चाहिए?
Answer - विस्त्रावण
Reference - सुश्रुत सूत्र 25/13